हरिद्वार। माघ मास की पूर्णिमा पर गंगा में हरिद्वार में करीब एक लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। उगते सूरज को अर्घ्य दिया। देश भर से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचे थे। इस दौरान घाटों पर धार्मिक संस्कार भी संपन्न कराए गए। माघी पूर्णिमा के साथ ही पंचस्नानी और मास स्नान पूर्ण हो गया। माघ माह के स्नान को सबसे पवित्र माना जाता है। ऐसे में माघ के समापन पर उत्तराखंड के साथ ही राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब से भी श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे। रविवार होने की वजह से दिल्ली के यात्रियों की भी बड़ी संख्या गंगा स्नान को पहुंचने वालों की रही। स्नान के बाद गंगा के तटों पर बैठकर लोगों ने सपरिवार माघ मास की कथा का श्रवण किया। बाद में कुशावर्त घाट जाकर कर्णछेदन, मुंडन और यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न कराए। स्नानर्थियों ने गुड़ और तिल से बने पदार्थों का दान भी किया। पुरोहितों को दान दक्षिणा दी। कुछ स्थानों पर खिचड़ी भोज का भी आयोजन किया गया। सैकड़ों श्रद्धालु ऐसे थे, जो पंचस्नानी यानी पांच दिवसीय गंगा स्नान करने के लिए हर रोज स्नान कर रहे थे। यह पंचस्नानी एकादशी को शुरू हुई थी।
माघ पूर्णिमा पर गंगा में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी